पटना/राज्य ब्यूरो। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज के 9 ठिकानों पर आज मंगलवार को आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी हुई। रेड में 9 करोड़ 47 लाख 66 हजार 745 रुपये आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत मिले हैं। यह संपत्ति सिपाही धीरज के वास्तविक आय से करीब 544 गुणा अधिक है।
आर्थिक अपराध इकाई की तरफ से बताया गया है कि आज 9 टीम बनाकर 9 जगहों पर छापेमारी की गई। इस दौरान सिपाही धीरज द्वारा अन्य कई संपत्तियों एवं वाहनों के क्रय किए जाने के संबंध में सूचना मिली है। जिसका सत्यापन किया जा रहा है। तलाशी के क्रम में जमीन निबंधन, जीवन बीमा पॉलिसी, बैंक खाता एवं वाहनों के क्रय संबंधी कागजात मिले हैं। इन सब कागजातों की जांच के बाद अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति में और वृद्धि होने की संभावना है।
आर्थिक अपराध इकाई ने बताया है कि सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज की 13 मई 1988 को नालंदा जिला बल में नियुक्ति हुई थी। इनकी सेवा अवधि 33 वर्ष 2 माह की है। ये कुल 7 भाई हैं और कृषक परिवार से आते हैं। सेवा में आने से पहले इनके पास करीब तीन चार बीघा पुश्तैनी जमीन होने की सूचना है। सभी भाई इनके ऊपर ही आश्रित थे। इनके परिवार में कोई सरकारी सेवा में नहीं है। ईओयू की तरफ से बताया गया है कि सिपाही धीरज का पटना के महावीर कॉलोनी में दो मंजिला मकान है। भाई विजेंद्र कुमार विमल के नाम से जगदेव नगर आरा में 4 आवासीय भूखंड एवं उदवंतनगर में एक कृषि योग्य भूखंड है । तीसरे भाई सुरेंद्र सिंह के नाम से आरा के विभिन्न जगहों पर 10 व्यवसायिक, आवासीय एवं कृषि भूमि है। चौथे भाई वीरेंद्र सिंह के नाम से 50 डिसमिल कृषि योग्य भूमि, पांचवें भाई अशोक कुमार के नाम से आरा के विभिन्न जगहों पर 4 आवासीय एवं कृषि भूमि है। छठे भाई श्याम बिहारी सिंह के नाम से उदवंत नगर में एक आवासीय भूखंड, सातवें भाई शशि भूषण कुमार के नाम से शहर में 64 डिसमिल का एक कृषि भूमि और भतीजा धर्मेंद्र कुमार के नाम से जगदीशपुर में 51 डिसमिल कृषि योग्य भूमि है।