फसलों के बारे में विस्तृत रूप से की गई चर्चा
शिवहर/नवीन पांडेय।
राज्य फसल सहायता योजना को लेकर समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में डीएम सज्जन राज शेखर की अध्यक्षता में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य फसल भदई मकई ,अगहनी धान, रबी गेहूं तथा मकई पर फसल कटनी प्रयोग आयोजित किया जाता है। आपदा की स्थिति में इसी दर के आधार पर किसानों को क्षतिपूर्ति का लाभ मिले। फसल कटनी प्रयोग उचित दर निकालने की एक वैज्ञानिक विधि है। क्योंकि यह रेंडम मैथेड के द्वारा सीसीई ऐप के माध्यम से संपादित किया जाता है।मौसम के प्रारंभ में अनुमानित फसल छति सर्वेक्षण राजस्व कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। गत वर्ष की आधार पर अनुपातिक विधि से उक्त फसल का कुल क्षेत्रफल ज्ञात कर लिया जाता है। फसल कटनी प्रयोग से प्राप्त उपज दर के आधार पर जिला अंतर्गत उक्त फसल का कुल उत्पादन ज्ञात हो जाता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अन्न के भंडारण के पूर्व हमें कुल उत्पादन की जानकारी प्राप्त हो जाती है ,जिसके द्वारा राज्य की खाद्य नीति बनती है। फसल कटनी प्रयोग से प्राप्त उपज दर की सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी तथा राज्य में महत्वपूर्ण भूमिका है।
बैठक में अपर समाहर्ता शंभू शरण, जिला संख्याकी पदाधिकारी शंभूनाथ साह, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, सभी राजस्व अधिकारी ,सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी मौजूद थे।