कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा 3 दिवसीय मसरुम खेती पर प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ
शिवहर / नवीन पांडेय।
मशरूम की खेती को बढ़ावा देने को लेकर
कृषि विज्ञान केंद्र में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ प्रधान कृषि समन्वयक व वैज्ञानिक डॉ एसके राय एवं किसानों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। वरीय वैज्ञानिक डॉ एसके राय द्वारा मशरूम की खेती पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण 22 से 25 जुलाई तक होगी।
मशरूम की खेती हमारे शिवहर जिला के लिए एक वरदान है ।जिसके द्वारा किसान बिना खेत के भी मशरूम की खेती काफी सुगमता से कर सकते हैं तथा उन्होंने यह भी बताया कि अलग-अलग मौसम में अलग-अलग प्रकार के मशरूम का उत्पादन किया जा सकता है। खेती करने से आमदनी बढ़ेगी और वह आत्मनिर्भर होंगे। जिसके लिए कृषि वैज्ञान केंद्र तत्परता से किसानों को प्रशिक्षण देने तथा मशरूम का स्कॉन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर देवांशु देव ने मिल्की एवं ओयस्टर मशरूम की खेती के बारे में किसानों को विस्तार से बताया तथा मशरूम उत्पादन के फायदे एवं उसके लागत और मुनाफे के बारे में भी किसानों को विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण के दौरान किसानों को प्रैक्टिकल करवाते हुए मशरूम उत्पादन में उपयोग होने वाले भूसे के निजीवीकरण के तरीके के बारे में बताया तथा किसानों के द्वारा करवाया भी गया। मशरूम उत्पादन एक बहुत ही लाभकारी तथा सुगम कुटीर उद्योग है। जिसको प्रत्येक घर की महिलाएं के द्वारा बहुत ही आसानी से किया जा सकता है तथा उनके द्वारा सूखे मशरूम के पाउडर का उपयोग कर संसाधित उत्पाद आसानी से तैयार किया जा सकता है, जिसका मूल्य बाजार में काफी ज्यादा होता है ।