– एआईएसएफ ने दिया अपना समर्थन
स्वराज न्यूज/मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में पीएचडी नामांकन में हुई धांधली के खिलाफ सोमवार को जनाधिकार छात्र परिषद ने आमरण अनशन की शुरुआत की। आमरण अनशन का ऑल इंडिया स्टुडेंट फेडरेशन ने भी समर्थन किया है। अनशन पर गए जन अधिकार छात्र परिषद के तिरहुत प्रमंडल अध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा गठित जांच कमिटी, जिसे पुरे मामले से संबंधित जांच करनी थी। उसके नोटिफिकेशन में कहा गया था कि रिपोर्ट दस दिनों के अंदर जारी की जाएगी। 03 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी की गयी थी। 10 दिन की समय सीमा 13 अगस्त को समाप्त हो चुकी है। लेकिन रिपोर्ट आज तक जारी नही की गयी है। जबतक विश्वविद्यालय रिपोर्ट जारी नहीं कर देती, नामांकन के धांधली में शामिल दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर दी जाती है, तबतक हमारा अनशन जारी रहेगा।
आंदोलन के समर्थन में उतरे एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष विकास कुमार ने कहा कि यह आंदोलन छात्रों के हकमारी के खिलाफ है। हम अन्य छात्र संगठनों से बात चीत कर रहे हैं। जल्द ही मोतिहारी के सभी शिक्षण संस्थानों से बंद करने का आह्वान करेंगे।
अनशन पर पटना से समर्थन के लिए आए जन अधिकार छात्र परिषद के प्रवक्ता शौकत अली ने कहा कि विश्वविद्यालय का रवैया छात्रों के भविष्य को बर्बाद करने वाला है। जन अधिकार छात्र परिषद इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। समय रहते यदि विश्वविद्यालय नहीं चेता तो यह आंदोलन और बड़ा होगा। जल्द ही राज्य स्तरीय आंदोलन करने की तैयारी में हैं।
अनशन के दौरान जन अधिकार पार्टी के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता अभिजीत सिंह, जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह,जन अधिकार छात्र परिषद से जिला उपाध्यक्ष पुनु सिंह, अनिरुद्ध यादव, जिला महासचिव पप्पू यादव, रजनीश कुमार सिंह, सोनू कुमार सोनालाल, विवेक रंजन, नवनीत कुमार ,प्रिंस राणा,नासिर अहमद, एआईएसएफ से उज्ज्वल शर्मा, नवनीत मिश्रा, नितिन पांडे मौजूद थे।