स्वराज विशेष। श्री शुभ संवत २०७९ आश्विन, शुक्ल पक्ष , सप्तमी , रविवार, 2 अक्टूबर 2022 को नवपत्रिका प्रवेश एवं मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा , कालरात्रि माता पूजा मंत्र- ॐ करालरूपा कालब्जसमानाकृतिविग्रहा |
कालरात्रि: शुभं दद्यात् देवी चण्डाट्टहासिनी ||
मां कालरात्रि को गुड़ का भोग लगाएं | इससे आकस्मिक आने वाले संकट से रक्षा मिलती है |
किस राशि के लिए शुभ :- सभी 12 राशियों के लिए शुभ विशेषकर कर्क और सिंह राशि के लिए शुभ है |
आज का शुभ रंग :- कृष्ण
मां कालरात्रि के शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एक दम काला है | साधक आज के दिन पूजा में नारंगी लाल या पीला रंग का वस्त्र धारण करें |
सम्पूर्ण कार्य सिद्धि हेतु महानिशापूजन
महानिशा पूजन 2 अक्टूबर को है । मध्य रात्रि अष्टमी तिथि में महानिशा पूजन संधि पूजन किया जाएगा , जो संपूर्ण कार्य सिद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है | निशा पूजन के दौरान मां शृंगार, श्रीयंत्रम् आदि की पूजा के साथ 1008 या 108 दीपक प्रज्वलित कर भगवती का पूजन किया जाता है। इसमें माता दुर्गा के समीप छप्पन भोग अर्पण करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है | संकल्प सहित नारियल अर्पित करने का विधान है । मां भगवती को नारियल अति प्रिय है , इससे संतान संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलता है निशा पूजा के प्रसाद का अत्यधिक महत्व माना गया है। उक्त बातें चकिया प्रखण्ड अंतर्गत रुदलपकड़ी -डुमरी गांव में पूजन कराने के क्रम में महर्षि गौतम ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केन्द्र चम्पारण ‘काशी’ के आचार्य अभिषेक कुमार दूबे ने बताया ।