मोतिहारी / राजन द्विवेदी ।
पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया प्रखंड स्थित सिरौना पंचायत के ग्राम कचहरी ने दहेज मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करते हुए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। इसके साथ ही बिहार का शायद यह पहला मौका है जहां ग्राम कचहरी ने प्रेमी युगल की रजिस्टर्ड शादी करवाई है। जहां एक साथ जीने मरने की कसमें खा कर कोलकाता से भागे प्रेमी युगल का चिरैया प्रखंड अंतर्गत सिरौना ग्राम कचहरी के सरपंच कुमार सौरभ ने विवाह करा दिया है। विवाह प्रेमी व प्रेमिका के माता पिता की सहमति से हुई है। इस अनोखी शादी में ग्राम कचहरी के सरपंच, उप सरपंच, पंच और सचिव बाराती बने। वहीं महिला पंचों व अन्य ग्रामीण महिलाओं ने मंगल गीत गाकर इस शादी समारोह को रोचक बना दिया। बिना मंडप और बेदी के ही ग्राम कचहरी परिसर में दुल्हन बनी कोलकाता के वीरांची स्वाइन की पुत्री सूर्या निहारिका स्वाइन व शिकारगंज थाना क्षेत्र के सिरौना गांव निवासी महेश साह का पुत्र परिणय सूत्र में बंध गया। ग्राम कचहरी परिसर स्थित विवाह स्थल पर उपस्थित दोनों के माता पिता ने नव दंपती को सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया। जानकारी देते हुए ग्राम कचहरी के सरपंच कुमार सौरभ ने बताया कि सिरौना गांव निवासी महेश साह का पुत्र कोलकाता में रहकर मजदूरी करता था। इसी क्रम में उक्त लड़की से उसकी आंखें चार हो गई और दोनों साथ जीने मरने की कसमें खा कर फरार हो गया। टावर लोकेशन के आधार पर लड़की को खोजते हुए उसके माता पिता सिरौना पहुंच गया। जहां परस्पर समझौता के बाद दोनों की शादी करा
दी गई है।