सीतामढी़ /रविशंकर सिंहः
संयुक्त किसान मोर्चा तथा एआईकेएससीसी,सीतामढी़ की बैठक किसान सभा कार्यालय में हुई।
बैठक में 27सितम्बर को भारत बंद के दिन सीतामढी़ बंद करने का निर्णय लिया गया।बैठक में सभी ट्रेड यूनियन संगठनो,व्यवसायियों,छात्र- नवजवानों,बस,ट्रक,आटो रिक्शा चालकों से सीतामढी़ बंद में सहयोग की अपील की गई।बैठक की अध्यक्षता वरीय अधिवक्ता रामपदारथ मिश्रा ने की।
बैठक में तीनो काले कृषि कानून को रद्द करने,एम एसपी पर कानून बनाने,रीगा चीनी मिल को चालू कराने तथा किसानों के बकाये का भुगतान कराने,गन्ना का परामर्शी मूल्य 6सौ रु क्वि.घोषित करने,जिले के सभी याश तूफान बर्षा,बाढ़ प्रभावित किसान-मजदूरों को फसल क्षति तथा बीमा का भुगतान कराने,यूरिया की प्रयाप्त आपूर्ति कराने की मांगों को लेकर आन्दोलन तेज करने का निर्णय लिया गया।बैठक में गन्ना के एफ आरपी मूल्य में 5रु.तथा गेंहू के मूल्य में 40रु क्विंटल की वृद्धि को किसानों के साथ विश्वासघात बताया गया। सरकार से पुनर्विचार की मांग की गई।
बैठक में प्रमुख किसान नेताओं डा.आनन्द किशोर,जयप्रकाश राय,प्रो.दिगम्बर ठाकुर,केदार शर्मा,आलोक कुमार सिंह, विश्वनाथ बुन्देला,राजकिशोर सिंह ,ब्रजमोहन मंडल,मो.मुर्तजा,चन्द्रदेव मंडल,लालबाबू मिश्र,बैधनाथ हाथी,ओमप्रकाश,आफताब अंजुम,मो.गयासुद्दीन,शशिधर शर्मा,अधिवक्ता संजय बीररख, रामबाबू सिंह,सुरेश बैठा,रामचन्द्र पासवान,उमाशंकर सिंह,लालबाबू सिंह,नूरहसन, मकेश्वर महतो,अरुण कुमार,गणेश राम ,लालबाबू महतो सहित अन्य नेताओं ने अपना विचार रखा तथा अन्नदाता के भारत बंद को सफल बनाने की आमजन से अपील की।