ब्रह्मानन्द ठाकुर/मुजफ्फरपुर । जिले के एक संघर्षशील और परिश्रमी किसान ने अपनी मेहनत और सफलता के बल पर तीसी ( अलसी ) का देशी उन्नत प्रभेद विकसित कर जिले का मान बढ़ाया है ।
जिले के करजा थाना क्षेत्र के भागवतपुर निवासी रामबहादुर भगत ने तीसी बीज को विकसित कर यह उपलब्धि हासिल की है।
कृषक रामबहादुर भगत ने बताया कि वर्ष 2017 में कृषि विज्ञान केन्द्र के तत्कालीन प्रधान डॉ जितेंद्र प्रसाद के निर्देशन में उन्होने तीसी बीज का यह प्रभेद विकसित किया था । जिसे केवीके सरैया ने केंद्र सरकार को प्रमाणीकरण हेतु भेजा था । उन्होने बताया कि वैज्ञानिक जितेंद्र प्रसाद ने 30 किसानो का एक सेमिनार बुलाया था । सभी को देशी बीज हेतु प्रोत्साहित किया गया था । क़रीब 25 किसानो ने उनके निर्देशन में बीज उत्पादन किया । सभी के बीज केंद्र सरकार को प्रमाणीकरण हेतू भेजा गया था । इसमें उनके उक्त बीज का चयन कर आरबी – तिसिवा के रूप में नामाकरण करते हुए रजिस्टर्ड किया गया है । ज्ञात हो कि केवीके सरैया के तत्कालीन प्रधान वैज्ञानिक डॉ जितेंद्र प्रसाद वर्तमान में निदेशक बामेती (बिहार) के रूप में कार्यरत हैं । उक्त प्रभेद अब कृषक रामबहादुर भगत के अनुसंसा पर हीं बेचे जाएंगे । जिसके रॉयल्टी के हकदार वे खुद रहेंगे ।
इस सफ़लता पर निदेशक बामेती, बिहार डॉ जितेंद्र प्रसाद सहित कृषि विज्ञान केन्द्र सरैया के वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार , डाक्टर सविता कुमारी आदि ने कृषक रामबहादुर भगत को बधाई दी है ।